जय हिन्द

Saturday, December 11, 2010

ज़िन्दगी का साहिल

क्या कहूँ तुम्हें ???

एक अधुरा ख्वाब जिसके आने से ही....

किसी की साँसे चला करती है....

एक ऐसा जज़्बात जिसे शब्दों में ढालना मुश्किल है...

लेकिन उसके ही दम पर किसी की दुनिया टिकी है...

या फिर....

एक तूफानी लहर कहूँ जिसके थपेड़े ही...

किसी की ज़िन्दगी का साहिल है...

5 comments:

  1. बहुत खूब!अच्छी अभिव्यक्ति है.
    ...........
    क्रिएटिव मंच आप को हमारे नए आयोजन
    'सी.एम.ऑडियो क्विज़' में भाग लेने के लिए
    आमंत्रित करता है.
    यह आयोजन कल रविवार, 12 दिसंबर, प्रातः 10 बजे से शुरू हो रहा है .
    आप का सहयोग हमारा उत्साह वर्धन करेगा.
    आभार

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  2. "ऐसा जज़्बात जिसे शब्दों में ढालना मुश्किल है...
    लेकिन उसके ही दम पर किसी की दुनिया टिकी है"

    बधाई तथा शुभकामनाएं

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